फ़िल्म का सार
यह एक चोर की कहानी है जो कि अपने हालातों से मजबूर हो कर अपराध की दुनिया में शामिल हो जाता है। खून का असली कातिल एक जज होता है लेकिन पुलिस चोर को कत्ल के इल्जाम में पकड़ लेती है। क्या चोर अपनी बेगुनाही को साबित कर पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 2 सितम्बर, 1960 |
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कलाकार | Ashok Kumar, Nanda, Rajendra Kumar |
निर्देशक | B.R. Chopra |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹0.8 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.5 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Crime, Drama, रहस्य |
आख़री बदलाव - |
यह एक चोर की कहानी है जो कि अपने हालातों से मजबूर हो कर अपराध की दुनिया में शामिल हो जाता है। खून का असली कातिल एक जज होता है लेकिन पुलिस चोर को कत्ल के इल्जाम में पकड़ लेती है। क्या चोर अपनी बेगुनाही को साबित कर पायेगा?
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹267.2 ( +266.4 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹501 ( +499.5 ) करोड़ |