फ़िल्म का सार
विजय अपने भाई और माँ के साथ रहता है। विजय फौज में भर्ती हो गया है। एक मिशन के दौरान वह आतंवादियों के सरदार को पकड़ लेता है। शीघ्र ही उसे पता चलता है की आतंक फैलाने के पीछे और भी बहुत से नामचीन लोगों का हाथ है। क्या विजय उनके खिलाफ सबूत ढूंढने में कामयाव हो पायेगा?