फ़िल्म का सार
संजीव अपनी अंधी पत्नी को छोड़ कर एक टूर पर चला जाता है। जब वह काफी दिनों तक वापिस नहीं आता है तो उसके घर वाले उसे मृत समज लेते हैं। लेकिन जब वह कुछ सालों की बाद घर आता है तो पाता है कि उसके हमशक्ल ने उसकी जगह ली हुई है।
रिलीज़ दिनांक | 1 जनवरी, 1968 |
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कलाकार | Nutan, Sanjeev Kumar, Sunil Dutt |
निर्देशक | A. Bhimsingh |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.3 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Drama, पारिवारिक |
आख़री बदलाव - |
संजीव अपनी अंधी पत्नी को छोड़ कर एक टूर पर चला जाता है। जब वह काफी दिनों तक वापिस नहीं आता है तो उसके घर वाले उसे मृत समज लेते हैं। लेकिन जब वह कुछ सालों की बाद घर आता है तो पाता है कि उसके हमशक्ल ने उसकी जगह ली हुई है।
पहला दिन | ₹0.02 करोड़ |
शनिवार | ₹0.01 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.04 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.07 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.3 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹189 ( +188 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹245.7 ( +244.4 ) करोड़ |