फ़िल्म का सार
अंजू अपने अमीर पिता के साथ बहुत खुशी से रहती है। शेखर जो उसके पिता के ऑफिस में काम करता है वह अंजू को पसंद करने लगता है। अंजू के पिता के दुश्मन अंजू को मारना चाहते हैं। क्या शेखर उसे बचा पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 23 मई, 1980 |
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कलाकार | |
निर्देशक | |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.4 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.8 करोड़ |
फ़िल्म शैली | |
आख़री बदलाव - |
अंजू अपने अमीर पिता के साथ बहुत खुशी से रहती है। शेखर जो उसके पिता के ऑफिस में काम करता है वह अंजू को पसंद करने लगता है। अंजू के पिता के दुश्मन अंजू को मारना चाहते हैं। क्या शेखर उसे बचा पायेगा?
पहला दिन | ₹0.04 करोड़ |
शनिवार | ₹0.02 करोड़ |
रविवार | ₹0.05 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.11 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.19 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.4 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.8 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹69.58 ( +68.18 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹139.16 ( +136.36 ) करोड़ |