फ़िल्म का सार
दिवाकर अपनी पत्नी जमुना से प्यार करता है। वह उसके ख्यालों में इतना खोया रहता है कि दिवाकर ने उसका नाम भी ख्यालों में मोहिनी रख दिया है। उसकी यह आदत उसके प्यार और ज़िंदगी पर गलत असर डाल रही है। क्या वह अपने ख्यालों से बाहर निकल पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 16 अक्टूबर, 1959 |
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कलाकार | |
निर्देशक | |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.5 करोड़ |
फ़िल्म शैली | |
आख़री बदलाव - |
दिवाकर अपनी पत्नी जमुना से प्यार करता है। वह उसके ख्यालों में इतना खोया रहता है कि दिवाकर ने उसका नाम भी ख्यालों में मोहिनी रख दिया है। उसकी यह आदत उसके प्यार और ज़िंदगी पर गलत असर डाल रही है। क्या वह अपने ख्यालों से बाहर निकल पायेगा?
पहला दिन | ₹0.01 करोड़ |
शनिवार | ₹0.01 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.03 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.5 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹441.6 ( +440.4 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹920 ( +917.5 ) करोड़ |