फ़िल्म का सार
एक ईमानदार पुलिस अफसर पर हत्या का झूठा इल्जाम लगता है और सात साल की जेल हो जाती है। सात सालों के बाद जब वह जेल से बाहर आता है तो वह बदल चुका होता है। वह एक आदमी की मदद से गुनहगारों से बदला लेने का प्लान बनाता है। क्या वह बदला लेने में कामयाव हो पायेगा?