फ़िल्म का सार
भार्गव एक यात्रा के दौरान अपनी पत्नी और दो बेटों को खो देता है। उसकी पत्नी एक नौकरानी का काम करती हैं। एक बेटा भार्गव के साथ रहता है और दूसरे को डाकू उठा के ले जाते हैं। क्या यह परिवार दोवारा आपस में मिल पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 26 जुलाई, 1972 |
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कलाकार | |
निर्देशक | |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.5 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3 करोड़ |
फ़िल्म शैली | |
आख़री बदलाव - |
भार्गव एक यात्रा के दौरान अपनी पत्नी और दो बेटों को खो देता है। उसकी पत्नी एक नौकरानी का काम करती हैं। एक बेटा भार्गव के साथ रहता है और दूसरे को डाकू उठा के ले जाते हैं। क्या यह परिवार दोवारा आपस में मिल पायेगा?
पहला दिन | ₹0.02 करोड़ |
शनिवार | ₹0.02 करोड़ |
रविवार | ₹0.03 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.07 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.13 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.5 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹159 ( +157.5 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹318 ( +315 ) करोड़ |