फ़िल्म का सार
राज के पिता को हत्यारों ने मार दिया है। राज अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए पुलिस इंस्पेक्टर बन जाता है। राज के पिता को शंकर ने मारा है। राज को पता चलता है कि उसका एक छोटा सौतेला भाई भी है। जो कि शंकर के साथ काम करता है।
रिलीज़ दिनांक | 25 सितम्बर, 1979 |
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कलाकार | विनोद खन्ना |
निर्देशक | Mahesh Bhatt |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.5 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3.1 करोड़ |
फ़िल्म शैली | ऐक्शन |
आख़री बदलाव - |
राज के पिता को हत्यारों ने मार दिया है। राज अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए पुलिस इंस्पेक्टर बन जाता है। राज के पिता को शंकर ने मारा है। राज को पता चलता है कि उसका एक छोटा सौतेला भाई भी है। जो कि शंकर के साथ काम करता है।
पहला दिन | ₹0.03 करोड़ |
शनिवार | ₹0.02 करोड़ |
रविवार | ₹0.04 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.09 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.17 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.5 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3.1 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹82.05 ( +80.55 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹169.57 ( +166.47 ) करोड़ |