फ़िल्म का सार
यह फिल्म 1962 में हुए युद्ध के दौरान की है। कप्तान बहादुर सिंह अपनी पल्टन के साथ लदाख की बर्फीली पहाड़ियों में फस जाता है। कुछ लदाख के रहने वाले लोग बहादुर शाह की मदद करते हैं। क्या वे सभी सुरक्षित वहां से निकल पाएंगे?
रिलीज़ दिनांक | 1 मई, 1964 |
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कलाकार | Balraj Sahni, Dharmendra, Vijay Anand |
निर्देशक | Chetan Anand |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.5 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Musical, ऐक्शन, युद्ध |
आख़री बदलाव - |
यह फिल्म 1962 में हुए युद्ध के दौरान की है। कप्तान बहादुर सिंह अपनी पल्टन के साथ लदाख की बर्फीली पहाड़ियों में फस जाता है। कुछ लदाख के रहने वाले लोग बहादुर शाह की मदद करते हैं। क्या वे सभी सुरक्षित वहां से निकल पाएंगे?
पहला दिन | ₹0.02 करोड़ |
शनिवार | ₹0.02 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.05 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.12 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.5 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹273.6 ( +272.4 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹570 ( +567.5 ) करोड़ |