फ़िल्म का सार
यह एक डेड बॉडी की पहेली को सुलझाने की कहानी है। एक औरत की लाश पादरी की लाश के साथ बदल दी जाती है। पादरी का भाई लाश के अदला बदली होने की पहेली को सुलझाने में लग जाता है। क्या वह सच को सामने ला पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 3 दिसम्बर, 1993 |
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कलाकार | Laxmikant Berde, Mahesh Anand, Sulabha Arya |
निर्देशक | A. Jagannathan |
निर्माण मूल्य (बजट) | ₹1 करोड़ |
भारत में कमाई | ₹2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Crime, रहस्य |
आख़री बदलाव - |
यह एक डेड बॉडी की पहेली को सुलझाने की कहानी है। एक औरत की लाश पादरी की लाश के साथ बदल दी जाती है। पादरी का भाई लाश के अदला बदली होने की पहेली को सुलझाने में लग जाता है। क्या वह सच को सामने ला पायेगा?
पहला दिन | ₹0.14 करोड़ |
शनिवार | ₹0.12 करोड़ |
रविवार | ₹0.14 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.41 करोड़ |
सोमवार | ₹0.11 करोड़ |
मंगलवार | ₹0.08 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.71 करोड़ |
दूसरा हफ़्ता | ₹0.26 करोड़ |
तीसरा हफ़्ता | ₹0.16 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹3 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹34.8 ( +32.8 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹52.2 ( +49.2 ) करोड़ |