फ़िल्म का सार
छै कैदियों को खून के इल्जाम में सजा हुई है। उनके साथ जेल में बहुत बुरे बर्ताव होता है। एक दिन जेल का वॉर्डर्न फैसला लेता है कि उनको जेल से बाहर निकाल कर एक बिल्ड़िंग बनाने के काम में लगाना चाहिए। क्या यह उनके लिए भागने का अच्छा मौका है?
रिलीज़ दिनांक | 4 जनवरी, 1957 |
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कलाकार | Sandhya, Shantaram Rajaram Vankudre, Ulhas |
निर्देशक | Shantaram Rajaram Vankudre |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.4 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Comedy, Crime, Drama |
आख़री बदलाव - |
छै कैदियों को खून के इल्जाम में सजा हुई है। उनके साथ जेल में बहुत बुरे बर्ताव होता है। एक दिन जेल का वॉर्डर्न फैसला लेता है कि उनको जेल से बाहर निकाल कर एक बिल्ड़िंग बनाने के काम में लगाना चाहिए। क्या यह उनके लिए भागने का अच्छा मौका है?
पहला दिन | ₹0.01 करोड़ |
शनिवार | ₹0.01 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.03 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.05 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1.2 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹2.4 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹646.8 ( +645.6 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹1293.6 ( +1291.2 ) करोड़ |