फ़िल्म का सार
श्रीनाथ अपने पिता से दूर रहता है। एक दिन उसे पता चलता है कि उसके पिता पर खून का इल्जाम लगा है। जब वह विक्टिम के घर जाता है तो उसे पता चलता है कि उसे फसाया गया है। क्या वह अपने पिता को ढूंढ पायेगा और उसे निर्दोष साबित कर पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 2 फ़रवरी, 1951 |
---|---|
कलाकार | Bipin Gupta, Nasir Khan, Nutan |
निर्देशक | Ravindra Dave |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹0.4 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹0.8 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Romance, Thriller, रहस्य |
आख़री बदलाव - |
श्रीनाथ अपने पिता से दूर रहता है। एक दिन उसे पता चलता है कि उसके पिता पर खून का इल्जाम लगा है। जब वह विक्टिम के घर जाता है तो उसे पता चलता है कि उसे फसाया गया है। क्या वह अपने पिता को ढूंढ पायेगा और उसे निर्दोष साबित कर पायेगा?
पहला दिन | ₹0.01 करोड़ |
शनिवार | ₹0.01 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.03 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹0.4 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹0.8 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
---|---|
संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹382 ( +381.6 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹764 ( +763.2 ) करोड़ |