फ़िल्म का सार
एक आदमी की पत्नी की मौत हो जाती है। उसके तीन बच्चे हैं उसे अकेले उनका ध्यान रखना पड़ता है। वह एक फैक्टरी में काम करता है। एक एक्सीडेंट में उसकी ऑंखें अंधी हो जाती हैं। क्या वह अपने बच्चों का ख्याल रख पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 15 मई, 1964 |
---|---|
कलाकार | Jamuna, Saroja Devi B., Sunil Dutt |
निर्देशक | L.V. Prasad |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹0.8 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.6 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Comedy, Drama, पारिवारिक |
आख़री बदलाव - |
एक आदमी की पत्नी की मौत हो जाती है। उसके तीन बच्चे हैं उसे अकेले उनका ध्यान रखना पड़ता है। वह एक फैक्टरी में काम करता है। एक एक्सीडेंट में उसकी ऑंखें अंधी हो जाती हैं। क्या वह अपने बच्चों का ख्याल रख पायेगा?
पहला दिन | ₹0.02 करोड़ |
शनिवार | ₹0.01 करोड़ |
रविवार | ₹0.01 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.04 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹0.8 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.6 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
---|---|
संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹220.8 ( +220 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹441.6 ( +440 ) करोड़ |