फ़िल्म का सार
इस फिल्म की कहानी माता तुलसी और उनके पति जलंदर से जुड़ी है। जलंदर एक राक्षश है जिसे भगवान् भ्रमा से अमर रहने का वरदान मिला है। लेकिन जलंदर के मानवता के खिलाफ कामों के लिए भगवान् विष्णु उसे मारने की कोशिश करते हैं जिसे माता तुलसी अपने पतिव्रता धर्म से असफल कर देती है।