फ़िल्म का सार
एक झूठा आदमी सच्चा बन कर साधु बनने का डोंग कर रहा है और बोलीवाली जनता को ठग रहा है। उसने अपने बेटे को भी इस काम में डाल दिया है। क्या लोगों को उनकी असलियत का पता नहीं चलेगा?
रिलीज़ दिनांक | 26 अगस्त, 1968 |
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कलाकार | Balraj Sahni |
निर्देशक | Harnam Singh Rawail |
निर्माण मूल्य (बजट) | अनुपलब्ध |
भारत में कमाई | ₹1 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.7 करोड़ |
फ़िल्म शैली | ऐक्शन |
आख़री बदलाव - |
एक झूठा आदमी सच्चा बन कर साधु बनने का डोंग कर रहा है और बोलीवाली जनता को ठग रहा है। उसने अपने बेटे को भी इस काम में डाल दिया है। क्या लोगों को उनकी असलियत का पता नहीं चलेगा?
पहला दिन | ₹0.02 करोड़ |
शनिवार | ₹0.02 करोड़ |
रविवार | ₹0.02 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹0.06 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹0.11 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹1 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹1.7 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹189 ( +188 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹321.3 ( +319.6 ) करोड़ |