फ़िल्म का सार
जगन्नाथ नाम के ज़मीदार की हत्या के बाद केस कोर्ट में जाता है। कोर्ट में जज जगन्नाथ का भाई है। जगन्नाथ के हत्यारे का पता नहीं चल पाता है। क्या असली कातिलों का पता चल पायेगा?
रिलीज़ दिनांक | 10 अप्रैल, 1998 |
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कलाकार | Dilip Kumar, Mukul Dev, Rekha |
निर्देशक | Umesh Mehra |
निर्माण मूल्य (बजट) | ₹5 करोड़ |
भारत में कमाई | ₹3 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹8 करोड़ |
फ़िल्म शैली | Drama, Musical, पारिवारिक |
आख़री बदलाव - |
जगन्नाथ नाम के ज़मीदार की हत्या के बाद केस कोर्ट में जाता है। कोर्ट में जज जगन्नाथ का भाई है। जगन्नाथ के हत्यारे का पता नहीं चल पाता है। क्या असली कातिलों का पता चल पायेगा?
पहला दिन | ₹0.35 करोड़ |
शनिवार | ₹0.30 करोड़ |
रविवार | ₹0.36 करोड़ |
पहला सप्ताहांत (वीकेंड) | ₹1.02 करोड़ |
सोमवार | ₹0.20 करोड़ |
मंगलवार | ₹0.15 करोड़ |
पहला हफ़्ता | ₹1.69 करोड़ |
दूसरा हफ़्ता | ₹0.55 करोड़ |
तीसरा हफ़्ता | ₹0.24 करोड़ |
भारत में कमाई (बिना टैक्स) | ₹3 करोड़ |
दुनियाभर की कमाई | ₹8 करोड़ |
मेहेंगाई को ध्यान में रखते हुए - BOTY के संशोधित कलेक्शन क्या है यह? | |
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संशोधित भारतीय कलेक्शन | ₹25.86 ( +22.86 ) करोड़ |
संशोधित दुनियाभर की कलेक्शन | ₹68.96 ( +60.96 ) करोड़ |