फ़िल्म का सार
कबीर खान अपने ऊपर लगे कलंक को मिटने के लिए एक अकुशल भारतीय महिला टीम को विश्व हॉकी प्रतियोगिता के लिए तैयार करने का साहसी फैंसला लेते हैं। इस टीम में खिलाडी एक दुसरे के प्रति द्वेष की भावना रखते हैं। क्या ये टीम भारत के लिए विश्व कप जीत सकती है ? क्या कबीर खान अपने ऊपर लगे कलंक को मिटा पाएंगे ?