यह कहानी दो अलग दुनिया के दो अजनबी इंसानों की दोस्ती पर आधारित है। दूसरी दुनिया से आया एक अजनबी व्यक्ति एक मासूम सवाल पूछता है जिससे लोगों को यह एहसास होता है कि आजकल सब भगवान् के असली सन्देश को भूल गए है और भगवान् के प्रबंधको ने भगवान् का मतलब ही बदल दिया है। यह कहानी इस अजनबी व्यक्ति को प्यार, दोस्ती, और चीज़ों को भूलने का पाठ सिखाती है।