यह फिल्म अरुणाचलम मुरुगनांथम पर बनी है जिसे तमिल हीरो कहा जाता है। सामाजिक जागरूकता में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मा श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्होंने खुद की बनाई मशीन में पहली बार औरतों के लिए सेनेटरी नैपकिन बनाये थे। जिससे महिलाओं को काफी फायदा हुआ है। उनके संघर्ष की कहानी को फिल्म के माध्यम से बताया गया है।

if (false) : ?>