यह बारवीं शताव्दी के एक लोहार की कहानी है। उसकी पत्नी की मौत के बाद वह काफी दुःख में है। अपनी पुरानी यादों को मिटाने के लिए वह शहर छोड़ कर अपने पिता के साथ जेरूसलम की और जाता है। वहां के लोग उसे मसीहा और अपना रक्षक मानने लगते हैं। वह लोगों का हीरो कैसे बन गया है।


First Published on: 09:07 am - 27, Apr 2018
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Anurag is a Film Journalist and Hindi Translator. He loves writing about Actors, Singers, Musicians and all celebrities.