पुलिस इंस्पेक्टर सुरजन शेखावत खुद को अपने बेटे की डूबने की वजह से होने के कारण दुर्भाग्यपूर्ण मौत का ज़िम्मेदार मानते हैं। उनको एक ऐसा केस हल करने को दिया जाता है जिसमे एक कार खुद ही समंदर में जा गिरती है। इस पहेली को सुलझाने के लिए उनको काफी तलाश करनी पड़ती है और अपने जीवन से संभंदित कुछ पहलुओं से भी वाकिफ होना पड़ता है।